सिंगरौली जिले में खैर की लकड़ी की अवैध कटाई जोरों पर जिम्मेदार बने बैठे अधिकारी धृतराष्ट्र
सिंगरौली जिले के जंगलों में खैर जैसी बेशकीमती लकड़ी पर माफियाओं की नजरें गड़ी हुई हैं। हाल ही में सिंगरौली जिले के विभिन्न इलाकों में खैर के पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के मामले सामने आए हैं। सोशल मीडिया पर लगातार ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें कटाई और परिवहन की गतिविधियाँ स्पष्ट रूप से देखी जा सकती हैं। सूत्रो की माने तो ताज़ा मामला माड़ा वन परिक्षेत्र के जीर जंगल का बताया जा रहा है, जहाँ खैर की कटी हुई लकड़ी का बड़ा ढेर कैमरे में कैद हुआ है। इस पूरे मामले की पुष्टि हाल ही में चितरंगी पुलिस की कार्रवाई से भी होती है। 24 जून को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि चितरंगी के रास्ते खैर की लकड़ी का अवैध परिवहन किया जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी और चेकिंग प्वाइंट लगाए। जानकारी के अनुसार, जब ट्रक चालक को पुलिस चेकिंग का अंदेशा हुआ तो उसने पकड़े जाने के डर से खैर की लकड़ी से लदा ट्रक करीब 50 फीट गहरी खाई में गिरा दिया और खुद मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मौके से ट्रक और लकड़ी जब्त कर ली है। ज़ब्त किये गए माल की अनुमानित कीमत 1 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। माडा रेंज के जीर में भी लगातार खेर की लकड़ी की तस्करी के मामले में हो रहे हैं स्थानीय लोगों का आरोप है कि तस्कर चोरी छुपे लगातार पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर रहे हैं और ट्रैक्टर से अवैध खैर की लकड़ी परिवहन कर इकट्ठा रखा है और इस पूरे मामले से प्रशासन बेखबर है हालांकि आरोपों पर वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि उक्त जीर पंचायत की, खैर की लकड़ियाँ राजस्व की हैं।