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नगर निगम के अधिकारियों ने म.प्र. भण्डार क्रय नियम तथा सेवा उपार्जन नियम का नही किया पालन

Pradeep Tiwari
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नगर निगम के अधिकारियों ने म.प्र. भण्डार क्रय नियम तथा सेवा उपार्जन नियम का नही किया पालन

सिंगरौली में पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान नगर निगम के अधिकारियों ने ऑख बन्द कर करोड़ों रूपये का धन खर्च कर दिया। आरोप है कि ननि के तत्कालीन अधिकारियों ने नान एसओआर दर पर सामग्री की खरीदी की है।
नगर निगम सिंगरौली ने भ्रष्टाचार की जड़े इतनी गहरी हो गई है कि इस भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए मौजूदा ननि अधिकारियों को काफी कसरत करनी पड़ेगी। फिर भी इसके तह तक पहुंच पाना टेढ़ी खीर साबित होगा। नगर निगम में पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान तत्कालीन ननि आयुक्त सतेन्द्र सिंह धाकरे, स्टोर प्रभारी, उपयंत्री पीके सिंह, सहायक यंत्री दिनेश तिवारी एवं उपयंत्री अनुज सिंह सहित अन्य अमले ने सामग्रियों के क्रय करने के आड़ में करीब 28 करोड़ रूपये का हेराफेरी एवं वित्तीय अनियमितता कर राशि की बंदरबांट करने में कोई कोर कसर नही छोड़ा है। आरोप है कि नगर निगम सिंगरौली में एसओआर में सामग्री का नाम एवं दर होते हुये भी नान एसओआर दर पर करोड़ रूपये की विभिन्न सामग्रियां खरीदी करते हुये ननि को जमकर चपत लगाते हुये भारी अनियमितता किये जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं। पिछले वर्ष नगर निगम में करोड़ रूपये के हुये भ्रष्टाचार कर पर्दा दिन-प्रतिदिन उठ रहा है। उस दौरान के तत्कालीन आयुक्त से लेकर स्टोर प्रभारी एवं उपयंत्री समेत अन्य अधिकारी सवालों के लपेटे में फसते जा रहे हैं। इनकी क्रियाकलाप की एक-एक परते खुलती जा रही हैं। आरोप यह भी है कि नगर निगम के उक्त अधिकारियों ने जल प्रदाय की खरीदी की नस्तियों को कई टुकड़ों में तैयार कर प्रस्तुत किया। इसके पीछे अधिकारियों की लम्बी चाल थी और वे अपने मकसद में सफ ल भी हो गए। इधर सूत्र बताते हैं कि नियम के अनुसार बजट हेड परिवर्तन की स्वीकृति महापौर,एमआईसी,अध्यक्ष,परिषद सदस्यों के द्वारा प्रदान की जाती है। परन्तु कई नस्तियों में इस तरह के दिशा निर्देशों का पालन नही किया और अपने मन मुताबिक सामग्रियों का क्रय करते रहे। इतना ही नही 5 लाख से अधिक अनुमानित मूल्य के कार्य खुली निविदा जेम अथवा एमपी गवर्मेन्ट पर आमंत्रित करने का निर्देश है। साथ ही एक राष्ट्रीय एवं दो राज्यस्तरीय समाचार पत्रों में विज्ञापन देने का प्रावधान है। किन्तु ननि में म.प्र. भण्डार क्रय नियम तथा सेवा उपार्जन नियम का पालन नही किया। जिसको लेकर नगर निगम में इन दिनों चर्चाओं का बाजार गर्म है।

Pradeep Tiwari

Pradeep Tiwari

मैं, प्रदीप तिवारी, पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता से जुड़ा हूँ। सबसे पहले, मैं एक स्थानीय समाचार चैनल में एक रिपोर्टर के रूप में शामिल हुआ और फिर समय के साथ, मैंने लेख लिखना शुरू कर दिया। मुझे राजनीति और ताज़ा समाचार और अन्य विषयों से संबंधित समाचार लिखना पसंद है।

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