डेढ़ साल से लापता नाबालिका को अंततः मोरवा पुलिस ने ढूंढ निकाला
पड़ोसी जिले सीधी से किया दस्तयाब
बीते वर्ष जुलाई माह में कन्या विद्यालय पढ़ने गई 15 वर्षीय नाबालिका रहस्यमयी तरीके से गायब हो गई थी, उसकी परिजनों द्वारा कई जगह पता तलाश की गई परंतु कुछ पता नहीं चलने पर थकहार कर उन्होंने मोरवा पुलिस का सहारा लिया। इसके बाद मोरवा पुलिस ने इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर अपराध क्रमांक 835/23 धारा 363 भादवि के तहत मामला पंजीकृत कर विवेचना शुरू की। परंतु कई जगह पता तलाश करने के बाद भी गायब हुई नाबालिका का कुछ पता नहीं चला।
इधर नवागत पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री के गुम इंसान को दस्तयाब करने के निर्देश पर एसडीओपी कृष्ण कुमार पाण्डेय व मोरवा निरीक्षक कपूर त्रिपाठी ने इस मामले में पुनः सक्रियता दिखाते हुए टीमें बनाकर नई सिरे से विवेचना प्रारंभ की। जिसमें मोरवा पुलिस बल के साथ साइबर टीम का भी सहारा लिया गया। पुलिस ने इस दौरान नाबालिका के विद्यालय समेत उसकी सहर्लियों व आस पड़ोसियों से जानकारी ली। वहीं क्षेत्र के समीप सटे कस्बों अनपरा, बीना, जयंत, अमलोरी व बैढ़न समेत सीमावर्ती जिले सीधी, रीवा एवं सतना तक तलाश जारी रखी। इसके बाद सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे सीधी कोतवाली क्षेत्र के सुभाष नगर से ढूंढ निकाला नाबालिक ने अपने बयान में बताया है कि मां-बाप की डांट से छुब्ध होकर उसने घर छोड़ा था। मोरवा पुलिस ने उसे दस्तयाब कर परिजनों को सौंप दिया है।
उक्त कार्रवाई में एसडीओपी कृष्ण कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन एवं मोरवा निरीक्षक कपूर त्रिपाठी के मार्गदर्शन में सहायक उपनिरीक्षक अरुण सिंह, संजीत सिंह, प्रधान आरक्षक सुबोध सिंह, महिला आरक्षक गायत्री समेत साइबर सेल की अहम भूमिका रही।