ढाई साल में लाखों कीमत के सड़क के निकले कचूमर
मामला नगर पालिक निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 41 गनियारी के चौरा टोला मार्ग का, दो साल पहले हुआ था डामरीकरण का कार्य
लाखों रूपये की लागत से ननि के वार्ड क्रमांक 41 गनियारी के चौरा टोला मार्ग में सड़क डामरीकरण कार्य कराया गया था। किन्तु करीब ढाई साल के अन्दर लाखों रूपये भ्रष्टाचार के भेंठ चढ़ गया। चौरा टोला मार्ग के डामरीकरण सड़क का कचूमर भी निकलने लगा।
दरअसल नगर पालिक निगम क्षेत्र सिंगरौली के वार्ड क्रमांक 41 गनियारी अंतर्गत चौरा टोला एवं एस्सार टाउनशिप से लेकर गनियारी बस्ती मार्ग में तकरीबन 30 लाख रूपये की लागत से फरवरी 2022 में सड़क डामरीकरण का कार्य कराया गया था। आलम यह था कि सड़क डामरीकरण कार्य के चन्द दिनों में ही सड़क टूटने लगी थी। मामले की शिकायत होने पर तत्कालीन निगमायुक्त ने स्वयं कार्यस्थल का निरीक्षण कर कार्य में अनियमितता मिलने पर संविदाकार को नोटिस थमा दिया था। जहां बाद में ठेकेदार के द्वारा सड़क कार्य को ठीक कराया गया था और उस दौरान पदस्थ तत्कालीन निगमायुक्त एवं कार्यपालन यंत्री सिविल ने रहवासियों को भरोसा दिलाया था कि पॉच साल तक सड़क को कोई नुकसान नही होगा और इस दौरान सड़क क्षतिग्रस्त होती है तो संविदाकार से सड़क का कार्य कराया जाएगा। लेकिन यह सब कुछ नगर निगम अधिकारियों के जुबां-जुबानी तक सीमित रहा है। आलम यह है कि करीब दो महीने से चौरा टोला मार्ग की सड़क के कचूमर निकल आए हैं। धीरे-धीरे डामरीकरण सड़क क्षतिग्रस्त होती जा रही है। फिर भी नगर निगम के अधिकारियों को नही दिखाई दे रहा है। मोहल्लेवासियों को आरोप है कि जिस भी वक्त डामरीकरण का कार्य कराया जा रहा था। साइड के उपयंत्री को बताया गया था भी कि यह सड़क कमीशनखोरी की भेंठ चढ़ रही है। इसकी अवधि ज्यादा दिन की नही है। इसके बावजूद तत्कालीन उपयंत्री ने रहवासियों के शिकायत को नजर अंदाज कर दिया था और उपयंत्री की नजर अंदाजी मोहल्लेवासियों के लिए भारी पड़ गई। यहां के रहवासियों का कहना है कि इस मार्ग में हैवी वाहन भी नही चलते हैं। इसके बावजूद लाखों कीमत के सड़क करीब दो साल में ही क्षतिग्रस्त होनी लगी है। जर्जर सड़क में बारिश का पानी भरने से दो पहिया वाहन चालक जहां परेशान हो जा रहे हैं। वही पैदल आने-जाने वाले लोग पानी के छीटे के शिकार हो रहे हैं। वही कई जगह कई सड़क में गड्ढे इस कदर हो गए हैं कि बारिश के दिनों पैदल चलने में भी रहवासियों को परेशानी उठानी पड़ती है। यहां के रहवासियों ने ननि आयुक्त का ध्यान आकृष्ट कराया है।
हैवी वाहन नही चलते फिर भी सड़क क्षतिग्रस्त
आलम यह है कि चौरा टोला मार्ग में घरों के निर्माण संबंधी मटेरियल परिवहन करने के आलावा अन्य दिनों में हैवी वाहनों का आना-जाना कतई नही होता। इसके बावजूद सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। रहवासियों का आरोप है कि गुणवत्ता विहीन मटेरियल उपयोग करने का परिणाम है। जिसके कारण सड़क के कचूमर निकलने लगे। वही एक और वजह बताया जा रहा है कि टेन्डर के वक्त बिलो रेट होने से संविदाकार निर्माणकार्य में भारी कंजूसी करते हैं। जिसके परिणाम स्वरूप कार्य की गुणवत्ता गायब हो जाती है और नगर निगम की रकम पानी की तरह बह जा रही है। इसकी एक नही अनेक उदाहरण हैं। नगरीय क्षेत्र के कई निर्माणकार्यों की पोल चन्द महीनों में ही खुलने लगी।
ढाई साल में लाखों कीमत के सड़क के निकले कचूमर
Pradeep Tiwari
मैं, प्रदीप तिवारी, पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता से जुड़ा हूँ। सबसे पहले, मैं एक स्थानीय समाचार चैनल में एक रिपोर्टर के रूप में शामिल हुआ और फिर समय के साथ, मैंने लेख लिखना शुरू कर दिया। मुझे राजनीति और ताज़ा समाचार और अन्य विषयों से संबंधित समाचार लिखना पसंद है।
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