---Advertisement---

माड़ा थाना क्षेत्र में रेता एवं शराब का अवैध कारोबार पकड़ा जोर थाना प्रभारी अवैध कारोबार को रोकने में अब तक विफल, दर्जन भर चोरियों का नही हुआ खुलासा

Pradeep Tiwari
By
On:
Follow Us

सिंगरौली 27 नवम्बर। माड़ा थाना क्षेत्र में रेत, शराब एवं गांजा का अवैध कारोबार चरम सीमा पर पहुंचा है। आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत से यह कारोबार काफी फल-फू ल रहा है। थाना प्रभारी उपनिरीक्षक अवैध कारोबार पर नियंत्रण पाने पूरी तरह से विफल साबित हुये हैं। इनके कार्यकाल में अवैध के कारोबारी व चोर उच्चकों के बल्ले-बल्ले हैं।
दरअसल माड़ा थाना निरीक्षक विहीन है। करीब आठ महीने से थाने की कमान उपनिरीक्षक के हवाले है। चर्चाएं हैं कि इस क्षेत्र में अवैध कारोबार जिसमें शराब, जुआं, रेत का अवैध उत्खनन, गांजा का कारोबार व्यापक पैमाने पर फल-फूल रहा है। आरोप लगाया जा रहा है कि शराब एवं गांजा के अवैध बिक्री में आबकारी अमला भी संलिप्त है। वही पुलिस का भी खुला संरक्षण है। बताया जाता है कि पुलिस इन अवैध कारोबारियों पर अंकुश लगाने से गुरेज कर रही है। इसके पीछे एक नही अनेक कारण गिनाएं जा रहे हैं। जिसके चलते कार्रवाई करने से पुलिस भागती नजर आती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन थाना क्षेत्र के धनहरा, रम्पा, भुड़कुड़, अमिलवान में जोर पकड़ा हुआ है। वही अवैध शराब की बिक्री रौंदी, धनहरा, रजमिलान, पहाड़ी टोला के कुछ किराना दुकानों में भी बड़े धड़ल्ले के साथ बिक्री की जा रही है। जहां दुकानदारों ने पुलिस व आबकारी महकमे से मधुर संबंध बनाये हैं। फिलहाल माड़ा थाना क्षेत्र में अवैध कारोबार का जोर पकड़ने थाना प्रभारी की निरंकुशता पर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। वही क्षेत्र में चोरियों ा बढ़ते ग्राफ भी चिंता का विषय बना हुआ है।
चोरियों का खुलासा करने में असफल
माड़ा थाना क्षेत्र में चोरियों का खुलासा न होने से क्षेत्र के लोग दहशत में हैं। चोरों के बढ़ते हौसला लोगों के रतजगा करने के लिए विवश कर दे रहे हैं। आरोप है कि क्षेत्र में कई बड़ी चोरियां हुई। जिनका खुलासा माड़ा पुलिस नही कर पाई है। ऐसे में चोरों के हौसले बुलन्द हैं। माड़ा थाना क्षेत्र में चोर उच्चकों के बढ़ती सक्रियता के आगे पुलिस बेबस नजर आ रही है। चोरियों का पर्दाफांस न किये जाने से पुलिस भी सवालों के कटघर्रे में हैं। अब चर्चाएं हैं कि थाना प्रभारी अपराधों पर नियंत्रण पाने में पूरी तरह से असफल रहे हैं। कहीं न कहीं अनुभव की कमी बताई जा रही है।

Pradeep Tiwari

Pradeep Tiwari

मैं, प्रदीप तिवारी, पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता से जुड़ा हूँ। सबसे पहले, मैं एक स्थानीय समाचार चैनल में एक रिपोर्टर के रूप में शामिल हुआ और फिर समय के साथ, मैंने लेख लिखना शुरू कर दिया। मुझे राजनीति और ताज़ा समाचार और अन्य विषयों से संबंधित समाचार लिखना पसंद है।

For Feedback - urjadhaninews1@gmail.com
Join Our WhatsApp Group

Leave a Comment