सचिव को यथावत रखने सैकड़ों ग्रामीण एवं सरपंच ने खोला मोर्चा
सैकड़ों ग्रामीण पंच, सरपंच एवं उपसरपंच के साथ पहुंचे जिला पंचायत, बिरकुनिया पंचायत का मामला, पूर्व सचिव पर अमानत में खयानत का आरोप
सिंगरौली 2 सितम्बर। चितरंगी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बिरकुनिया के सैकड़ों ग्रामीण, उप सरपंच सहित पंचायत प्रतिनिधि सचिव को यथावत रखने लामबंद हो कर मोर्चा खोलते हुये आज दिन सोमवार को जिला पंचायत पहुंच अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ को आवेदन पत्र भी सौंपा है। ग्रामीणों ने यह भी कहा है कि यदि सचिव को हटाया जाता है तो हम सभी भूख हड़ताल भी करेंगे।
आज दिन सोमवार को करीब दो सैकड़ा से अधिक आमजन एक साथ पहुंच गए। इतनी संख्या देख जिला पंचायत का अमला भी हक्काबक्का रह गया। जब जिला पंचायत के अधिकारी बाहर आकर जानकारी हासिल किया तब पता चला कि सचिव के यथावत रखने के लिए सब यहां आये हुये हैं। गौरतलब है कि जनपद पंचायत क्षेत्र चितरंगी के बिरकुनिया ग्राम पंचायत के पंच, उपसरपंच सहित सैकड़ों ग्रामवासी सुबह से ही जिला पंचायत में डेरा डाल दिया। पंच, उपसरपंच और ग्रामीणों ने बताया कि विगत 6 माह से गांव में कोई भी विकास कार्य नहीं हो रहा और ना ही सरकार की हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ किसी को मिल रहा। यह सब तब हो रहा जब पंचायत की पढ़ी-लिखी महिला को सरपंच बनाया गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है चुनाव के समय जो प्रतिद्वंद्वी थे वह खुद को भाजपा से जुड़ा होना बताते हैं और सरपंच और सचिव को परेशान करते हुए विकास कार्यों को रोक रहे हैं। चुनाव में हारे हुए प्रतिद्वंदियों को कहना है कि हमारी पार्टी की सरकार है मंत्री एवं अधिकारी हमारे जेब में है हम सब मिलकर सरपंच और सचिव को हटाकर ही दम लेंगे। हाल ही आएं सचिव प्रदीप दुबे को एक सप्ताह में हटाने की धमकी दे रहे हैं। साथ ही कहां जा रहा है कि पूर्व में पदस्थ सचिव विजय सोनी को फिर से बिरकुनिया गांव का सचिव बनवायेंगे। ताकि गांव का विकास रुक जाए। पूर्व सचिव विजय सोनी राज्य मंत्री और उनके पति रविन्द्र सिंह का धौंस दिखाकर लोगों पर दबाव बनाता है और मनमानी करता है। वही उसकी पत्नी भाजपा मंडल महामंत्री है। ग्रामीणों के साथ-साथ पंच एवं उपसरपंच ने जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ को ज्ञापन सौंप कर प्रदीप कुमार दुबे यथावत रखे जाने की मांग कर कहा है कि यदि उक्त ग्रामीणों के विपरित कार्य हुआ तो जिला मुख्यालय में भूख हड़ताल भी करेंगे।
हेडमास्टर पर राजनीति करने का आरोप
ग्रामीणों ने बताया कि माध्यमिक शाला बिरकुनिया में अरविंद कुश्माकर प्रधानाध्यापक पद पर भले ही पदस्थ है लेकिन वह बच्चों के पठन.पाठन पर काम ही ध्यान रखते हैं। प्रधानाध्यापक का बच्चों की पढ़ाई लिखाई के बजाय राजनीति में अधिक रुचि है। वह गांव के पंचायत में अनावश्यक अवरोध पैदा करते हैं। उसके प्रधानाध्यापक पर पूर्व में अन्य आरोप हैं। उपसरपंच विद्यासागर गुप्ता, पंच रामनाथ बैगा, छोटे बाई साकेत, सुमित्रा देवी पनिका, अनीता बसोर, गीरजा बैस, तीरथ बैस सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय का पठन-पाठन कार्य कितने बेहतर तरीके से कराया जा रहा है। निष्पक्ष जांच से सब कुछ पता चल जाएगा।
भ्रष्टाचार करने पर निलंबित हो गया था सचिव
ग्रामीणों ने बताया कि सचिव विजय सोनी भ्रष्टाचार में लिप्त है। सिलफोरी पंचायत में वित्तीय अनियमितता के कारण उसे निलंबित कर दिया गया था। उसके बाद उसे पिपरा पंचायत का प्रभार मिला। जहां उसने वहां भी वित्तीय अनियमितता के चलते उसे वित्तीय प्रभार छीन लिया गया था। ऐसे भ्रष्ट सचिव को राजनीतिक रंजिश रखने वाले अरविंद कुश्माकर, पीयूष कुमार कुश्माकर, पूर्व सरपंच उमेश बैस, उपसरपंच प्रत्याशी अनिल बैस, सचिव विजय सोनी की पत्नी कविता सोनी अपनी राजनीतिक पहुंच से बिरकुनिया ग्राम पंचायत का सचिव नियुक्त करने की साजिश रच रहे हैं।