हैलो मैं सीबीआई इंस्पेक्टर बोल रहा हूँ; आप अश्लील फिल्में देखते हैं, साइबर क्रिमिनल महिला समेत 9 गिरफ्तार
कानपुर : “हैलो मैं सीबीआई इंस्पेक्टर बोल कर रहा हूँ. आप अश्लील फिल्में देखते हैं. ऐसी हमें शिकायत मिली है”. कुछ इसी अंदाज में भोले-भाले लोगों को व्हाट्सएप कॉल के जरिए डरा धमका कर साइबर ठगी करने वाले एक गिरोह का कल्याणपुर पुलिस व पश्चिमी जोन की सर्विलांस टीम, स्वाट टीम, साइबर टीम ने मिलकर पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग के एक महिला समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों से पुलिस द्वारा पूछताछ कर गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.
डीसीपी वेस्ट राजेश सिंह ने बताया कि पुलिस अफसर बनकर फोन कर भोले-भाले लोगों को अपना निशाना बनाकर उनसे ऑनलाइन ठगी करने वाले एक महिला समेत कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरोह के सदस्य भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनसे अलग-अलग तरह से ऑनलाइन ठगी करते थे. गिरोह द्वारा मोबाइल फोन के जरिए लोगों को महिलाओं के अश्लील वीडियो और फोटो भेज कर उन्हें डरा धमका कर ठगी की जाती थी. साथ ही अभियुक्तों के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास दिलाने के नाम पर उनके साथ धोखाधड़ी करते हुए साइबर ठगी की जाती थी.
गिरोह ऑनलाइन अश्लील फिल्में देखने की बात कह कर व खुद को सीबीआई व क्राइम ब्रांच का अधिकारी बता कर उन्हें अपनी प्रोफाइल पर पुलिस अधिकारी का फोटो लगाकर कॉल करते थे और फिर डरा धमका कर अपने खातों में पैसा ट्रांसफर कराते थे. गिरोह की एक महिला सदस्य के द्वारा व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए अर्धनग्न अवस्था में आकर वीडियो कॉल की जाती थी और उस वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग व स्क्रीन शॉट लेकर अन्य साथियों के जरिए उसे रिकॉर्डिंग के आधार पर क्राइम ब्रांच/सीबीआई अधिकारी बताते हुए उन्हें डराया धमकाया जाता था. उन्हें ब्लैकमेल किया जाता था और फिर उनसे खातों में पैसा जमा कराया जाता था.
डीसीपी वेस्ट राजेश सिंह ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों ने करीब दो महीने के अंदर सहारनपुर के खाते में लगभग 16 लाख रुपये जमा कराए थे. कुछ पैसा खाते से निकाल लिए हैं, जो शेष राशि बची हुई है उसे फ्रीज करा दिया गया है. पकड़े गए अभियुक्तों के पास से 14 मोबाइल, 2 मोटरसाइकिल और कुछ कैश बरामद हुआ है. गिरोह के सभी सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. अभियुक्तों में छह लोग फतेहपुर के रहने वाले है और तीन सचेंडी जिले के रहने वाले हैं. अभियुक्तों के खिलाफ शहर के अलग-अलग थाना में कई मामले दर्ज हैं.