ऑल इंडिया गुर्जर विकास संगठन सिंगरौली द्वारा 05.09.2024दिन गुरुवार को ग्राम पंचायत सिधार जिला सिंगरौली में चक्रवर्ती गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज जी की 1208वीं जन्मजयंती धूम धाम से मनाई गई।
आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आल इण्डिया गुर्जर विकास संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सम्माननीय श्री वीरेंद्र सिंह हर्षाना जी , विसिष्ट आतिथि के रूप में रूप में श्री निहाल सिंह गुर्जर जी (गुर्जर विकास संगठन ग्वालियर जिला अध्यक्ष )ओबीसी के बड़े नेता आदरणीय बड़े भैया श्री लोकेंद्र गुर्जर जी,
ऑल इंडिया गुर्जर विकास संगठन सिंगरौली के मार्गदर्शक आदरणीय लाखन सिंह गुर्जर जी
आयोजित कार्यक्रम में ऑल इंडिया गुर्जर विकास संगठन सिंगरौली के संरक्षक एवं मार्गदर्शक आदरणीय श्री राम जी गुर्जर जी (प्रदेश सचिव ऑल इंडिया गुर्जर विकास संगठन ,)
प्रदेश महामंत्री और ऑल इंडिया गुर्जर विकास संगठन सिंगरौली के मार्गदर्शक आदरणीय श्री रामेश्वर सिंह गुर्जर जी एवं प्रदेश मिडिया प्रभारी श्री मोहर सिंह गुर्जर जी
ऑल इंडिया गुर्जर विकास संगठन सिंगरौली के मार्गदर्शक बड़े भैया आदरणीय श्री उमेश कुमार गुर्जर जी के मार्गदर्शन में ऑल इंडिया गुर्जर विकास संगठन सिंगरौली के जिलाध्यक्ष राजकुमार गुर्जर जी द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में राम नरेश गुर्जर जी (पूर्व सरपंच कतरीहार) राम बिचारे गुर्जर, पवन कुमार गुर्जर, श्याममोहन गुर्जर, (जिला उपाध्यक्ष ऑल इंडिया गुर्जर विकास संगठन सिंगरौली) सुखेंद्र सिंह गुर्जर ( युवा नेता कांग्रेस) पप्पू गुर्जर सुरश्याम गुर्जर की अध्यक्षता में सम्पन्न की गई।
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में
सिंगरौली जिले के वरिष्ठ एवं सामाजिक आदरणीय श्री मोतीलाल गुर्जर जी, रामनिवास गुर्जर (NCL,)श्री राम नरेश गुर्जर जी (मध्य प्रदेश पुलिस) सीता राम गुर्जर जी (पूर्व प्रबंधक ) नागेंद्र प्रताप सिंह मुन्नालाल सिंह गुर्जर जी (पूर्व सरपंच एवम पूर्व मंडल अध्यक्ष भाजपा)
मंदेश गुर्जर जी,सुरेंद्र गुर्जर ( छत्तीसगढ)
देव प्रताप गुर्जर ( सरपंच ), दिनेश गुर्जर (वरिष्ठ शिक्षक ), श्री संतोष गुर्जर जी भुवनेश्वर गुर्जर (उप सरपंच ढोंगा),रहे।
प्रमुख वक्ताओं द्वारा गुर्जर समाज के इतिहास के बारे में और सम्राट मिहिर भोज जी के पराक्रम एवं राज्य व्यवस्था शासन तथा सैन्य शक्तियों के बारे में जानकारी दी गई। गुर्जर प्रतिहार का शासन काल 730 ई से 1036 ई तक भारत के समस्त मध्य उत्तर भूभाग पर रहा 300 वर्षों तक गुर्जर प्रतिहार साम्राज्य ने अरब आक्रन्ताओं को भारत में प्रवेश करने से रोका एवं निरंतर युद्ध करते रहे । गुर्जर प्रतिहार साम्राज्य के सबसे प्रतापी शासक सम्राट मिहिर भोज जी रहे जिनका शासनकाल 49 वर्षो तक रहा जिनके शासन काल में सोने चांदी के सिक्को का चलन था जिन सिक्कों पर भगवान विष्णु के वराह अवतार का चिन्ह अंकित था,इनके पास 36 लाख की सुसज्जित सेना थी जो बहूत ही शक्तिशाली सेना मानी जाती थी , इन्हें वराह अवतार की उपाधि प्राप्त था ,सम्राट मिहिर भोज के शासनकाल पूर्ण न्यायिक एवम धर्म, संस्कृति रक्षक रहा है ।
सम्राट मिहिर भोज का जन्म कन्नौज गुर्जर सम्राट रामभद्र गुर्जर के यहां 816 ईस्वी में हुआ था एवम मृत्यु 888 ईस्वी में हुई। सम्राट मिहिर भोज 20 वर्ष के अल्प आयु में राज्याभिषेक हो गया था, ईन्होंने कुशलतापूर्वक 49 वर्षों तक शासन किया एवम अनेकों युद्ध लड़े एवम सदैव विजई रहे, कन्नौज इनकी राजधानी थी। इतिहास में प्रसिद्ध त्रिपक्षीय युद्ध इनके समय में लड़ा गया था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं वक्ताओं द्वारा गुर्जर समाज के इतिहास और मृत्यु भोज शराब बंदी शिक्षा एक जूटता पर विशेष महत्व दिया गया आदरणीय निहाल सिंह गुर्जर जी के द्वारा गुर्जर समाज के प्रसिद्ध संत हरि गिरि महाराज जी को सिंगरौली जिले में शराबबंदी एवं दहेज प्रथा मृत्यु भोज को बंद करने को लेकर लेकर आने की बात कही गई है
कार्यक्रम में समाज के सम्मानित विजय सिंह गुर्जर ,हरेंद्र प्रताप सिंह रामविचार गुर्जर ,संतोष कुमार गुर्जर, हृदय लाल गुर्जर,रामसागर गुर्जर जी ,देवी दयाल गुर्जर जी ,पुष्पेंद्र सिंह गुर्जर जी,शैलेंद्र सिंह गुर्जर जी, राहुल प्रताप सिंह के साथ समाज के सभी सम्मानित बन्धु पृथ्वीराज गुर्जर ,वीरेंद्र गुर्जर नारायण गुर्जर , राम सुशील गुर्जर नंदकिशोर गुर्जर चंद्रिका गुर्जर रावेंद्र गुर्जर प्रवेश गुर्जर प्रमोद गुर्जर दीपकगुर्जर ,सुरेंद्र गुर्जर डिप्टी सिंह गुर्जर,आनंद गुर्जर ,महेंद्र गुर्जर, अमित सिंह गुर्जर, ललित गुर्जर, आलेन्द गुर्जर,हृदयलाल गुर्जर, सतें…