दहजड़ में रक्षाबंधन के दिन पहाड़ के किनारे लगा मेला
मना कजलियां का त्योहार, पहाड़ में ऊपर शंकर जी एवं देवी जी के दर्शन करने पंहुचें लोग, सुरक्षा के रहे व्यापक प्रबं
जिले के नगर परिषद सरई के वार्ड क्रमांक 15 अंतर्गत दहजुड़ में रक्षाबंधन के दिन विशेष पर्व कजलियां का आयोजन हुआ। इस अवसर पर पहाड़ के किनारे एक विशाल मेला लगा था। जहां पूरे क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक मान्यताओं का प्रतीक था।
स्थानीय पार्षद ने बताया कि यहां पर मेला कई सालों से लग रहा है। यह परंपरा वर्षों पुरानी है। रक्षाबंधन के दिन जब आसमान पर रेशमी बादल और सूरज की किरणें नृत्य कर रही थीं। दहजुड़ के पहाड़ों पर हर्षोउल्लास का माहौल छा गया। स्थानीय लोगों ने पारंपरिक वस्त्र पहनकर और हाथ में पूजा सामग्री लिए हुए उत्सव की तैयारियों में जुटे हुए थे। कजलियां के पर्व पर भक्तों की भीड़ ने पहाड़ की चोटी पर स्थित शंकर जी और देवी जी के मंदिर की ओर रुख किया। यहाँ पहुंचकर लोग आस्था और श्रद्धा के साथ पूजा अर्चना में लीन हो गए। शंकर जी और देवी जी के दर्शन की प्रतीक्षा में भक्तों ने अपनी मनोकामनाएँ प्रस्तुत की और मंदिर परिसर में उमड़ा जनसैलाब इस धार्मिक महापर्व की गरिमा को बढ़ा रहा था। मेला क्षेत्र में लोक कला, सांस्कृतिक कार्यक्रम और पारंपरिक खेलों का आयोजन किया गया। यहाँ विभिन्न प्रकार की स्टॉल्स और खाद्य पदार्थ भी प्रदर्शित किए गए थे। इस दौरान हजारों की संख्या लोग पंहुचे हुए थे। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस उपस्थित दिखी।
सरई क्षेत्र में धूमधाम से मना रक्षाबंधन का त्योहार
सरई। सरई क्षेत्र में रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस खास अवसर पर पूरे उल्लास और खुशी का वातावरण छा गया। रक्षाबंधन की सुबह सरई की गलियों में चहल पहल थी। महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में सजीवता के साथ अपने घरों की सजावट की जबकि बच्चों और युवाओं ने उत्साहपूर्वक इस पर्व की तैयारी में भाग लिया। रक्षाबंधन के दिनए विशेष रूप से राखी बांधने की रस्म की महत्वपूर्णता थी। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी और भाइयों से उनकी लंबी उम्र और समृद्धि की कामना की।