साल भर बाद भी एक सैकड़ा चोरी हुये लोहे की चारपाई का नही लगा सुराग
आईटीआई कॉलेज पचौर के छात्रावास से चोरी हुये थे बेड, कोतवाली पुलिस एवं एसआईटी टीम खोजबीन करने में रही नाकाम
सिंगरौली कोतवाली क्षेत्र बैढ़न में कबाड़ चोरों का हौसला बुलंद है। शासकीय भवनों को भी नही बक्स रहे हैं। आईटीआई एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज ज्वलंत उदाहरण हैं। जहां चोरों ने कई खिड़कियों के ग्रिल व दरवाजे तथा लोहे के गेट को पार कर गये थे।
एक साल पहले भी करीब एक सैकड़ा लोहे की चारपाई को चोरों ने पार कर दिया, लेकिन आज तक कोतवाली पुलिस एवं पूर्व में गठित एसआईटी टीम भी चोरों एवं चारपाई का सुराग लगाने में नाकाम रही है। गौरतलब है कि कोतवाली क्षेत्र में कबाड़ चोरों की सक्रियता एवं उनका आतंक लगातार बढ़ रहा है। जिससे शहर वासी बेहद चिंतित हैं। कबाड़ चोरों को किस खाकी वर्दी का संरक्षण मिला है और किसके इशारे पर नित्य नई कबाड़ की दुकानें खुल रही हैं। यह इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां बताते चले कि पिछले सप्ताह पचौर के आईटीआई एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज के कई खिड़कियों के ग्रिल एवं उनके दरवाजे तथा आईटीआई कॉलेज के पीछे के गेट का दरवाजा भी गेंडर मशीन से कबाड़ चोरों ने काट कर उठा ले गये। पुलिस सोती रही और चोर अपने मकसद पर सफल हो गये। हालांकि बाद में कॉलेज प्रबंधन के शिकायत पर कोतवाली पुलिस हरकत में आई और कुछ कबाड़ चोरों को दबोचते हुये उनके कब्जे से ग्रिल एवं खिड़कियां बरामद कर लिया गया। लेकिन आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई नही की गई। उधर आईटीआई कॉलेज पचौर से करीब एक साल पूर्व एक सैकड़ा से अधिक लोहे की चारपाई को कबाड़ चोरों ने बड़े वाहन के सहारे उठा ले गये। प्राचार्य के द्वारा कोतवाली में शिकायत भी दर्ज कराई गई, लेकिन आज तक पुलिस मामले का निपटारा नही कर पाई। जबकि पुलिस नाईट कॉम्बिंग गस्त भी करती और अपनी स्वयं की पीठ भी थपथपाती है। यहां तक कि चोरियों का पतासाजी करने के लिए करीब 8 महीने पूर्व तत्कालीन एसपी निवेदिता गुप्ता ने सीएसपी पीएस परस्ते विंध्यनगर के नेतृत्व में एसआईटी टीम भी गठित की गई थी। एसआईटी टीम भी कई प्रमुख चोरियों का पता लगाने में नाकाम रही है। जिसमें आईटीआई छात्रावास का भी मामला शामिल है। फिलहाल कोतवाली क्षेत्र में कबाड़ चोरों के बढ़ते हौसले के आगे पुलिस बेवस नजर आ रही है। हालांकि बीते दिन कल लोहे के बिजली के खम्भे को निजी सुरक्षा गार्डो के सक्रियता से पकड़ कर पुलिस ने जप्त कर ली है। लेकिन कई बदमाश इधर-उधर हो गये। यह भी अपने आप में एक बड़ा सवाल है।