मैहर की पहचान से खिलवाड,धरोहरों की तस्वीर लगाने की उठी मांग
मैहर मां शारदा की नगरी व संगीत सम्राट उस्ताद अलाउद्दीन खान की कर्मभूमि के नाम से जाना जाता है मैहर सतना जिले से अलग होकर एक तीसरी पहचान मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी के रूप में भी होती है लेकिन मैहर के महत्वपूर्ण कार्यालय चौक चौराहे पर इन तीन पहचाने में से किसी भी एक पहचान का जोर-जोर से प्रचार प्रसार नहीं किया जाता है और ना ही किसी अहम बैठक में उनकी तस्वीरों का उपयोग किया जाता है अमूमन तौर पर देखा जाता है कि मैहर मां शारदा की नगरी व संगीत सम्राट उस्ताद अलाउद्दीन खान की कर्मभूमि के रूप में विश्व विख्यात है तो वहीं मुकुंदपुर में स्थित व्हाइट टाइगर सफारी के लिए भी अब मैहर जिला जाना जाने लगा है तो क्या ऐसे में महत्वपूर्ण शहर के चौराहों कार्यालय में मां शारदा उस्ताद अलाउद्दीन खान या फिर व्हाइट टाइगर की तस्वीर अंकित नहीं होनी चाहिए, अगर होनी चाहिए तो निश्चित तौर पर मैहर की पहचान से खिलवाड़ मैहर की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी मैहर जिले के जनप्रतिनिधियो से आग्रह है कि मैहर की जो पहचान विश्व विख्यात है उसे मैहर के महत्वपूर्ण स्थानों पर इंगित करने का कार्य करने और मैहर के साथ दुर्व्यवहार न होने देने की गुजारिश की जा रही है