पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना के निर्देश के पालन में पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार वर्मा के मार्गदर्शन में साइबर सेल टीम द्वारा साइबर अपराधों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। जिले के समस्त थानों में पदस्थ साइबर ऑपरेटर्स ने भाग लिया।
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य साइबर अपराधों की रोकथाम कर, साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देना व आमजन को जागरूक कर, साइबर शिकायतों/अपराधों पर त्वरित कार्रवाई करना रहा। साइबर पोर्टल, सी.ई.आई.आर पोर्टल, प्रतिबिंब पोर्टल व जे.एम.आई.एस पोर्टल के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। साइबर अपराध की शिकायत प्राप्त होने पर त्वरित कार्यवाही कर फ्रॉड की राशि हॉल्ड करवाने की प्रक्रिया के संबंध में भी जानकारी दी गई। साइबर क्राइम के शिकार पीड़ितों की थाने स्तर पर ही मदद करने के लिए थानों में पदस्थ ऑपरेटर्स के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिले में साइबर क्राइम के मामले में अब पीड़ित को पुलिस की मदद के लिए भटकना नहीं पड़ेगा थाने स्तर पर नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से त्वरित कार्रवाई की जा सकेगी। नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से प्राप्त शिकायतों में निर्धारित अवधि में कार्यवाही हेतु प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षणार्थियों को वर्तमान में साइबर ठगों द्वारा नए-नए तरीकों से आमजन से ठगी की जा रही है, की विस्तृत जानकारी साझा करते हुये आमजन को जागरूक करना तथा साइबर अपराधों पर त्वरित कार्रवाही करने और पीड़ितों के साथ हुए फ्रॉड की राशि को तुरंत हॉल्ड कर रिफंड करवाने हेतु प्रशिक्षित किया गया। इस प्रशिक्षण में NCRP Portal, CEIR Portal, प्रतिबिंब Portal और जेएमआईएस portal, चक्षु Portal के उपयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए अपने-अपने थाने पर जाकर जन जागरूकता अभियान चलाया जाए, साइबर अपराधों की रिपोर्टिंग के लिए थाना स्तर पर एक आसान और सुरक्षित प्रक्रिया बनाई जाए, जिससे आम जन की शिकायतों का त्वरित निदान हो। अगर आप धोखाधड़ी का शिकार हो जाते है तो तुरंत 1930 पर या नजदीक थानें में रिर्पोट करे।