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सिंगरौली पुलिस की अपराध समीक्षा बैठक सम्पन्न

Pradeep Tiwari
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सिंगरौली पुलिस की अपराध समीक्षा बैठक सम्पन्न पुलिस अधीक्षक श्रीमती निवेदिता गुप्ता द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के रूस्मतजी कॉफ्रेसिंग सभागार में मासिक अपराध समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा, जिला सिंगरौली, पी.एस. परस्ते नगर पुलिस अधीक्षक विंध्यनगर, कृष्ण कुमार पाण्डेय एस.डी.ओ.पी. मोरवा, आशीष जैन एस.डी.ओ.पी. चितरंगी, राहुल कुमार सैयाम एस.डी. ओ.पी. देवसर तथा समस्त थाना एवं चौकी प्रभारीगण उपस्थित हुए।

पुलिस अधीक्षक द्वारा अपराध समीक्षा के दौरान सर्वप्रथम गंभीर एवं चिन्हित/सनसनीखेज अपराधिक शीर्षवार लंबित प्रकरणों के कारणों की समीक्षा की गई एवं आवश्यक दिशा—निर्देश दिये जाकर लंबित प्रकरणों में सतत् अनुसंधान कराकर शीघ्र चालानी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। साथ ही संबंधित थाना प्रभारी एवं न.पु.अ./एस.डी.ओ.पी. व्यक्तिगत रूप से गंभीर व चिन्हित मामलों की समीक्षा करने के निर्देश दिये गये। पूर्व वर्षों के लंबित गंभीर अपराधिक प्रकरणों की डायरियां कार्यालय तलब की गई।

गंभीर एवं आदतन अपराधियों की जमानत निरस्तीकरण हेतु माननीय न्यायालय में आवेदन—पत्र पेश किये जाए एवं बारंबार अपराध घटित करने वाले अपराधियों के विरूद्ध गुण्डा/निगरानी फाईल खोली जाए। साथ ही ऐसे अपराधियों के विरूद्ध जिला बदर एवं एन.एस.ए. की कार्यवाही प्रस्तावित की जाए। जेल से रिहा हुए एवं नोटिस पर छोड़े गये आरोपियों की गतिविधियों पर सतत् निगाह रखें।

अज्ञात डेड बॉडी के मामलों में पुलिस मुख्यालय द्वारा विकसित किये गये सॉफ्टवेयर/एप्पस् के माध्यम से शिनाख्तगी के सार्थक प्रयास किये जाएं। पुलिस मुख्यालय द्वारा प्रदाय ई—विवेचना एप में विवेचना संबंधी कार्यवाहियों की लगातार फिडिंग की जाए एवं वाहन दुर्घटना संबंधी मामलों में आई—रेड एप में लंबित एन्ट्रियों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। पी.ओ.एस. मशीन के माध्यम से चालानी कार्यवाही बढ़ाने के निर्देश दिये गये। सी.सी.टी.एन.एस. के प्रशिक्षिण हेतु रोस्टर अनुसार थानों से कर्मचारियों को आवश्यक रूप से भेजा जाए।

संपत्ति संबंधी अपराधों में थाना प्रभारी स्वयं घटना स्थल का निरीक्षण करें एवं पुराने नकबजनों व संदेहियों से बारीकी से पूछताछ करें। नाबालिक बालक/बालिका गुम होने की सूचना प्राप्त होने के तत्काल बाद 24 घण्टे के अंदर दस्तायाबी के सतत् प्रयास किये जायें। गंभीर अपराधों के प्रगति प्रतिवेदन समय पर भेजे जाए। पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार बीट चार्ट अपडेट करा लेंं एवं बीट चार्ट पु.अ. कार्यालय भिजवायें। समंस/वारंट के तामीली की समीक्षा की गई। जिसमें कर्मचारियों के समंस/वारंट किसी भी स्थिति में अदम तामील नहीं होने चाहिए, इस हेतु सख्त हिदायत दी गई। समंस/वारंट अदम तामील होने पर संबंधित थाना प्रभारी के साथ तामीलकर्ता अधिकारी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी। हाल ही में समंस/वारंटों की तामीली इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से कराये जाने हेतु म.प्र.शासन द्वारा जारी गजट नोटिफिकेश में दिये गये निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाए।

सी.एम. हेल्पलाईन में प्राप्त शिकायत की सतत् मॉनीटरिंग करते हुए निराकरण सुनिश्चित करायें। 50 दिवस एवं 100 दिवस से अधिक अवधि की लंबित शिकायतों में स्पेशल क्लोज हेतु प्रतिवेदन भिजवाने के निर्देश दिये गये। थानों में लंबित शिकायतों का समय—सीमा में वैधानिक निराकरण सुनिश्चित करें। एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत विगत वर्ष की तुलना में कार्यवाही बढ़ाये जाने के साथ—साथ इसी प्रकार लघु अधिनियम अंतर्गत अन्य शीर्षों में भी अधिक से अधिक कार्यवाही किये जाने के निर्देशित किया गया।

Pradeep Tiwari

Pradeep Tiwari

मैं, प्रदीप तिवारी, पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता से जुड़ा हूँ। सबसे पहले, मैं एक स्थानीय समाचार चैनल में एक रिपोर्टर के रूप में शामिल हुआ और फिर समय के साथ, मैंने लेख लिखना शुरू कर दिया। मुझे राजनीति और ताज़ा समाचार और अन्य विषयों से संबंधित समाचार लिखना पसंद है।

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