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केसीसी लोन की आड़ में गरीब आदिवासी को ठगने वाला शातिर को चितरंगी पुलिस ने पकड़ा

Pradeep Tiwari
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केसीसी लोन की आड़ में गरीब आदिवासी को ठगने वाला शातिर को चितरंगी पुलिस ने पकड़ा

यूबीआई मैनेजर समेत बिचौलिया फरार, पुलिस उनकी तलाश में जगह-जगह दे रही दबिश

सिंगरौली जिले की चितरंगी पुलिस ने क्षेत्र में लोन की आड़ में गरीब आदिवासी जनता को ठगी का शिकार बनते देख, शिकायत मिलने पर कार्यवाही करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। वही इस कांड में दो अन्य फरार बताए जा रहा हैं, जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। पुलिस की माने तो इसमें से एक यूनियन बैंक का मैनेजर भी शामिल है, जिसकी सरपरस्ती में पूरा खेल भोलीभाली आदिवासी जनता के साथ किया जा रहा था।

जानकारी अनुसार फरियादी रामकुमार गौड़ निवासी रेही द्वारा प्रस्तुत आवेदन पर त्रिवेणी सिंह बारगाही एवं तत्कालीन यूनियन बैंक मैनेजर पर दिनांक 24 नवंबर को थाना चितरंगी में धारा 420 एवं 120 बी भारतीय दंड संहिता के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था, जिस पर पुलिस अधीक्षक सिंगरौली द्वारा दो 2- 2 हज़ार का इनाम भी घोषित किया गया था। इस प्रकरण में त्रिवेणी सिंह बारगाही को बीते रविवार को चितरंगी पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर के पूछताछ की गई एवं पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर त्रिवेणी सिंह बारगाही, डॉक्टर प्रसाद शुक्ला की फर्म शुक्ला आयरन में वर्ष 2022 में सेल्समेन का काम करता था जिसका खाता यूनियन बैंक में देवसर में है।

ऐसे करता था फ्रॉड
चितरंगी प्रभारी उपनिरीक्षक सुरेंद्र यादव के अनुसार उस समय तत्कालीन यूनियन बैंक मैनेजर राशिद खान से डॉ प्रसाद शुक्ल का अच्छा मेल मिलाप था एवं वह बैंक मैनेजर के साथ साठ-गांठ कर केसीसी लोन कराता था। उन्होंने फरियादी रामकुमार गोंड से उसकी जमीन के कागज लिए एवं लूज चेक पर हस्ताक्षर करवा लिए। केसीसी प्रकरण तैयार करके उसके मध्यांचल बैंक के खाते में 4 लाख 90 हज़ार का केसीसी लोन पास कराया और लूज चेक से संपूर्ण राशि निकाल डॉक्टर प्रसाद शुक्ल द्वारा अपनी फॉर्म शुक्ला आयरन के खाते से 1 लाख राम कुमार के मध्यांचल ग्रामीण बैंक के खाते में ट्रांसफर कर दिए एवं 3 लाख 90 हजार की शेष राशि त्रिवेणी सिंह बारगाही एवं बैंक मैनेजर ने बंदरवाट की।

पुलिस को विवेचना के दौरान डॉ प्रसाद शुक्ला निवासी देवसर के द्वारा रामकुमार गोंड के मध्यांचल ग्रामीण बैंक के खाते में अपनी फॉर्म शुक्ला आयरन से 1 लाख ट्रांसफर करने के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। जिसके आधार पर उक्त प्रकरण में डॉक्टर प्रसाद शुक्ला को आरोपी बनाया गया है। जिस पर शीघ्र वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। वहीं पुलिस तत्कालीन यूनियन बैंक मैनेजर राशिद खान की तलाश में कई जगह छापेमारी कर रही है।

पुलिस के अनुसार इसी तरह की एक अन्य मामले में डॉ प्रसाद शुक्ल द्वारा गलंदी साकेत का केसीसी लोन 2 लाख का कराया एवं उसे केवल खाते में 50 हज़ार दिए, शेष डेढ़ लाख का फ्रॉड किया गया, जो बाद में गलंदी साकेत के द्वारा शिकायत करने पर उसको वापस किया गया है

Pradeep Tiwari

Pradeep Tiwari

मैं, प्रदीप तिवारी, पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता से जुड़ा हूँ। सबसे पहले, मैं एक स्थानीय समाचार चैनल में एक रिपोर्टर के रूप में शामिल हुआ और फिर समय के साथ, मैंने लेख लिखना शुरू कर दिया। मुझे राजनीति और ताज़ा समाचार और अन्य विषयों से संबंधित समाचार लिखना पसंद है।

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