गाजियाबाद के प्रॉपर्टी डीलर की हत्या के मामले में अब गाजियाबाद पुलिस टीम मामले की जांच करेगी। ग्रेटर नोएडा जोन के दादरी कोतवाली पुलिस की ओर से जांच को गाजियाबाद पुलिस को ट्रांसफर किया जाएगा। गाजियाबाद के गोविंदपुरम में मंगलवार की शाम को प्रॉपर्टी डीलर संजय यादव की हत्या करने के बाद दोनों आरोपी दोस्त सात घंटे तक कार में शव लेकर घूमते रहे थे। रात में दादरी क्षेत्र के नगला नैनसुख गांव के समीप मुख्य सड़क से अंदर झाड़ियों में उन्होंने कार में आग लगाकर शव जला दिया, ताकि लोगों को यह हादसा लगे। गोविंदपुरम स्थित एक आरोपी के मकान में विशाल राजपूत और जीत चौधरी ने प्रॉपर्टी डीलर संजय यादव के साथ बैठकर बीयर पी थी। इसके बाद आरोपियों ने मकान से कुत्ते का पट्टा उठाया और गला घोंटकर संजय यादव की हत्या कर दी।
सात घंटे तक लाश के संग घुमते रहे दोनों
आरोपियों ने इसके बाद संजय के शव को उसी की फॉर्च्यूनर कार में डाला। वे सात घंटे तक कार में शव लेकर इधर-उधर घुमाते रहे। आरोपी कार को लेकर गाजियाबाद के गोविंदपुरम से करीब 31 किलोमीटर दूर दादरी क्षेत्र में नगला नैनसुख गांव के समीप पहुंचे और कार को मुख्य सड़क से अंदर झाड़ियों की तरफ ले गए। यहां आरोपियों ने कार में आग लगाकर संजय यादव का शव भी उसमें जला दिया। घटना के समय संजय का शव चालक सीट पर मिला था, ताकि लगे गाड़ी में आग जलने पर चालक जिंदा जल गया। आरोपियों का मकसद घटना को हादसे का रूप देना था।
कराया जा सकता है सीन रिक्रिएशन
आरोप था कि संजय के हाथ में सोने का कड़ा, गले में सोने की चेन, हाथ में हीरे की अंगूठी आदि देखकर उनकी नीयत खराब हो गई थी। दोनों को अंदेशा था कि संजय की कार में काफी नगदी भी रखी होगी। इसके बाद दोनों ने संजय की हत्या की थी। शव को कार में जलाने के बाद ज्वेलरी को बेचने के लिए गाजियाबाद में किसी ज्वेलर के पास गए थे, लेकिन दादरी कोतवाली पुलिस ने पहले ही आरोपियों को धर दबोचा था। आरोपियों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर भी लेने के साथ सीन रिक्रिएशन कराया जा सकता है।
एक दिल्ली तो दूसरा है राजस्थान का रहने वाला
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान विशाल राजपूत निवासी कन्हैया नगर इंद्रलोक दिल्ली और जीत चौधरी निवासी हथनी भरतपुर राजस्थान के रूप में हुई हैं। इस समय दोनों गाजियाबाद के थाना मधुबन बापूधाम के अक्षय एंक्लेव की जैन बिल्डिंग में रहते थे। मृतक प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं। तभी आपास में दोस्ती हो गई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मृतक हर समय अपने पास मोटी रकम रखते थे। साथ ही सोने के गहने भी पहनकर रखते थे।
शव को ठिकाने लगाने के लिए किया अंधेरे का इंतजार
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने दोपहर करीब 4 बजे प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर दी थी। उसके बाद शव को ठिकाने लगाने का प्रयास किया, लेकिन तब उजाला होने के कारण बाहर नहीं जा सके। अंधेरा होने के बाद आरोपियों ने मृतक के शव को उन्हीं की फॉच्यूर्नर कार में पिछली सीट पर डाल दिया और कंबल से ढंक दिया। करीब सात घंटे तक आरोपी शव को ठिकाने लगाने की जगह तलाश करते रहे। रात करीब 11 बजे दादरी कोतवाली क्षेत्र में कोट पुल से छोलस की तरफ जाने वाले रास्ते पर सुनसान जगह पर गाड़ी रोकी। वहां पेट्रोल डालकर कार में आग लगा दी। आरोपी अपनी बाइक से पेट्रोल निकालकर एक डब्बे में लेकर आए थे। डब्बा भी कार में जला दिया।