टीकमगढ़ में 50 एकड़ गोचर भूमि अतिक्रमणमुक्त, बजरंग दल की चेतावनी के बाद प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
टीकमगढ़। जिले की लिधौरा तहसील में रविवार को प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए गोचर भूमि पर से अवैध कब्जे हटाए। लिधौरा खास में लगभग 247 हेक्टेयर घोषित गोचर भूमि में से करीब 50 एकड़ भाग पर लंबे समय से अतिक्रमण था, जिसे प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर मुक्त कराया।
यह कार्रवाई विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल द्वारा प्रशासन को दिए गए ज्ञापन के बाद हुई। संगठनों ने चेतावनी दी थी कि यदि गोचर भूमि खाली नहीं करवाई गई तो 3 नवंबर से धरना–प्रदर्शन और आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस चेतावनी के बाद प्रशासन हरकत में आया और रविवार सुबह बड़ी कार्रवाई शुरू की गई।
जतारा एसडीएम संजय दुबे, लिधौरा तहसीलदार ओ.पी. गुप्ता और थाना प्रभारी संदीप चौधरी की मौजूदगी में पुलिस बल एवं राजस्व टीम ने लिधौरा–महेवा रोड पर सुनरई ग्राम से लगी भूमि को मशीनों से अतिक्रमण मुक्त कराया।
स्थानीय ग्रामीणों और गौ-सेवकों के अनुसार, गोचर भूमि पर कब्जे के कारण क्षेत्र में गौवंश को चारे–पानी की भारी समस्या हो रही थी। गांव के पशु इधर–उधर भटकने को मजबूर थे और खेतों में घुसने से किसानों की फसलें भी खराब हो रही थीं।
कार्रवाई के दौरान अधिकारियों ने साफ संदेश दिया कि सरकारी जमीन, विशेषकर गोचर भूमि पर कब्जा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसडीएम संजय दुबे ने चेतावनी दी कि अतिक्रमणकारियों ने यदि स्वयं कब्जा नहीं छोड़ा तो अगली कार्रवाई सीधे खेतों में होगी, और बुलडोजर चलने में देर नहीं लगेगी।
तहसीलदार ओ.पी. गुप्ता के अनुसार, रविवार को करीब 50 एकड़ भूमि को खाली कराया गया है और यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। प्रशासन का लक्ष्य है कि संपूर्ण 247 हेक्टेयर गोचर भूमि को चरणबद्ध तरीके से मुक्त कराया जाए, ताकि गौवंश को प्राकृतिक चरागाह उपलब्ध हो सके और किसानों को भी राहत मिले।