मुख्य सचिव बनकर कलेक्टर को फोन कर करोड़ों रुपयों का काम स्वीकृत कराने की योजना बनाने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार

मुख्य सचिव बनकर कलेक्टर को फोन कर करोड़ों रुपयों का काम स्वीकृत कराने की योजना बनाने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार

पिता–पुत्र और एक अन्य साथी गिरफ्तार

सिंगरौली जिले के तीनों जनपद पंचायत क्षेत्र बैढन, देवसर, चितरंगी की 93 शालाओं में 4 करोड़ 45 लाख 80 हजार रुपए का बजट डीएमएफ से स्वीकृत कराने के लिए सचिन मिश्रा ने फर्जी मुख्य सचिव बनकर भोपाल से फोन किया और अपने पिता बीपी मिश्रा और साथी सचिंद्र तिवारी को जिला कलेक्टर गौरव बैंनल के पास भेजा तब कलेक्टर को शंका हुई और उनके द्वारा इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक को दी गई तब पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम बनाकर विवेचना की तो पता चला कि वह फर्जी मुख्य सचिव हैं और षड्यंत्र कर बजट पास कराना था तब भोपाल से सचिन मिश्रा को और उनके पिता बीपी मिश्रा और साथी सचिंद्र तिवारी को बैढन से गिरफ्तार किया गया और सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया

आरोपी सचिन मिश्रा ने फर्जी मुख्य सचिव बनकर भोपाल से कलेक्टर को फोन किया और अपने पिता बीपी मिश्रा और सचिंद्र तिवारी को कलेक्टर के पास भेजा था, इन आरोपियों के पास से कार्यालय कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग सिंगरौली का पत्र भी मिला है जिसमें सदस्य सचिव जिला खनिज प्रतिष्ठान सिंगरौली को प्राक्कलन मय तकनीकी स्वीकृति प्रस्तुत करने का लेख लिखा था और पत्र में लेख था कि दिए गए निर्देश के परिपालन में सहायक यंत्री जिला शिक्षा केंद्र सिंगरौली के द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव अनुसार अधिकतम नामांकन वाली प्रत्येक जन शिक्षा केंद्रों के शालाओं में आंतरिक विद्युतीकरण के कार्यों के लिए प्राक्कलन तैयार करें
कलेक्टर के इस कार्रवाई की चर्चा पूरे जिले में हो रही है