एनटीपीसी विंध्याचल के अस्पताल में चिकित्सको की संख्या कम हो रही है: राजेश सोनी
चिकित्सको की पदस्थापना कराये जाने की है मांग
सिंगरौली आम आदमी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश सोनी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि विन्ध्यनगर में स्थित विंध्य अस्पताल में डॉक्टरों एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों की धीरे-धीरे संख्या कम होती जा रही है। वर्ष 2013 से 2020 तक 11 वरिष्ठ डॉक्टर पदस्थ थे और 2025 में मात्र 8 डॉक्टर पदस्थ हैं, जिसमें चर्म रोग, नाक, कान, गला, बेहोशी एवं हृदय रोग जैसे, कई बीमारियों के विशेषज्ञों की पद खाली पड़ी है।
यह जानकारी सूचना अधिकार के तहत एनटीपीसी प्रबंधन ने खुद ही दिया है। राजेश सोनी ने कहा कि उनके द्वारा इस गंभीर हालत को देखते हुए एनटीपीसी प्रबंधन को ज्ञापन देकर अस्पताल की व्यवस्था सुधारने एवं डॉक्टरों की पदस्थापना की मांग किया गया था, लेकिन आज दिन तक जनहित मांग पर प्रबंधन चुप्पी साधे हुए हैं। जिले में जनसंख्या और बीमारी दोनों बढ़ रही हैं, लेकिन एनटीपीसी विंध्यनगर अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या कम करना समझ से परे है। पावर प्लांट के स्थापना के समय अन्य सुविधाओं सहित अस्पताल की व्यवस्था देना था, लेकिन धीरे-धीरे विंध्या अस्पताल की व्यवस्था लचर हो गई है। आपातकाल के स्थिति में मरीजों को तत्काल उपचार नही मिल पा रहा है, क्योंकि आपातकाल या रात में सिर्फ दिखावे के लिए नर्सों के दम पर अस्पताल चलाया जा रहा है। ऐसे में मरीजों को निराश होकर बिना उपचार का वापस लौटना पड़ता है। राजेश सोनी ने कहा कि एनटीपीसी के चिमनियों से निकलने वाला धुआं और बाहर उड़ने वाले राख से प्रत्येक व्यक्ति प्रभावित हो रहा है। चाहे वो विस्थापित हो या ना हो, एनटीपीसी विंध्य अस्पताल में रजिस्ट्रेशन के बाद डॉक्टरों के पास 3 एम्प्लाई के बाद एक बाहरी मरीज को देखा जाता है। ऐसे में बाहरी मरीजों के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है। ऐसे परिस्थिति में जिले में निवासरत प्रत्येक व्यक्ति को चिकित्सा का सुविधा मिलना चाहिए एवं डॉक्टरों के संख्या बढ़ाने की जरूरत है।