पुलिस के बुलावा पर तलब नही हुये सब रजिस्टार
बगदरा क्षेत्र के झपरहवा गांव के रजिस्ट्री करने का मामला, आज पुलिस के सामने उपस्थित होकर देना था जवाब
जिला मुख्यालय में पदस्थ सब रजिस्टार अशोक सिंह परिहार की लगातार मुश्किले बढ़ती जा रही हैं। आज सब रजिस्टार को कोतवाली पुलिस के समक्ष एक मामले में जवाब देना था। लेकिन सब रजिस्टार तलब नही हुये।
यहां बताते चले की कोतवाली बैढ़न में फरियादी संजय कुमार जायसवाल निवासी खटाई थाना गढ़वा की रिपोर्ट पर झपरहवा में पदस्थ तत्कालीन हल्का पटवारी उदितनारायण शर्मा के साथ-साथ अरूण कु मार विश्वकर्मा, सीताराम विश्वकर्मा, राकेश मल्लाह एवं गुलाब प्रसाद जायसवाल के विरूद्ध 8 अगस्त 2023 को भादवि की धारा 420, 467, 468, 471 एवं 120 बी के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया था। आरोप है कि भूमि स्वामी फर्जी है। पटवारी ने जालसाजी कर फर्जी भूमि स्वामी तैयार कर दिया था। जबकि असली भूमि स्वामी राकेश मल्लाह की कई साल पहले मौत हो चुकी थी। वही इसके बावजूद तत्कालीन हल्का पटवारी ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उप तहसील क्षेत्र बगदरा के ग्राम झपरहवा के 30 एकड़ भूमि का रजिस्ट्री करा दिया था। फरियादी का यह भी गंभीर आरोप था क 11 मई 2022 को प्रमुख सचिव म.प्र शासन के निर्देशानुसार तत्कालीन कलेक्टर के द्वारा नेशनल पार्क बगदरा क्षेत्र के भूमियों के क्रय-विक्रय एवं नामांतरण पर रोक लगा दिया गया था। इसके बावजूद सब रजिस्टार अशोक सिंह परिहार ने 2 जून को उक्त भूमि की रजिस्ट्री कर दिया था। इसी मामले में कोतवाली पुलिस विवेचना करते हुये प्रथम दृष्टया में उप पंजीयक को दोषी मानकर उनका भी एफआईआर में नाम जोड़ दिया गया । इस तरह की जानकारी एसपी के अलावा कोतवाली टीआई ने दिया था। वही अब सूत्र बताते हैं कि कोतवाली पुलिस ने सब रजिस्टार बैढ़न को शुक्रवार को नोटिस जारी कर आज दिन शनिवार को 11 बजे कोतवाली में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा था। ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि सब रजिस्टार कोतवाली बैढ़न ेमें पूरे दिन तक उपस्थित नही हुये और पुलिस उनका इंतजार करती रही। फिलहाल अब बहु चर्चित सब रजिस्टार की मुश्किले एक के बाद एक बढ़ती जा रही है। वही अब एक और रीवा जिले से जुड़ी चर्चाएं शुरू हैं। मामला काफी हाई प्रोफाईल बताया जा रहा है। यदि यह मामला सही हुआ तो उप पंजीयक की दिक्कते बढ़ सकती हैं। बहरहाल अब झपरहवा रजिस्ट्री के मामले में कोतवाली पुलिस आगे क्या कार्रवाई करती है। अभी इस पर कुछ कह पाना जल्दबाजी होगी। किन्तु चर्चाओं के मुताबिक उप पंजीयक की चिंताएं बढ़ गई हैं।
सार्थक जवाब न होने पर हो सकती है गिरफ्तारी
दरअसल कलेक्टर ने प्रमुख सचिव म.प्र. के निर्देश पर संजय नेशनल पार्क बगदरा क्षेत्र के भूमियो के क्रय-विक्रय एवं नामांतरण पर रोक लगाया था और इसकी सूचना पंजीयक के साथ-साथ उप पंजीयक को कलेक्ट्रोरेट कार्यालय से दी गई थी। फरियादी संजय कुमार का आरोप है कि उक्त आदेश के उप पंजीयक ने जानबूझकर प्रतिबंधित क्षेत्र के भूमि की ऑख बन्द कर रजिस्ट्री किया था। वही पुलिस महकमें में भी चर्चा है कि उप पंजीयक जवाब देने से बच रहा है। यदि समाधान कारक जवाब नही मिला तो ऐसे में पुलिस गिरफ्तार भी कर सकती है। हालांकि चर्चित उप पंजीयक की एक नही कई काले कारनामें हैं। भोपाल में बैठे विभागीय आकाओं का संरक्षण मिलने से इस तरह के काले कारनामें किये जा रहे हैं। फरियादी ने उक्त मामले में शामिल आरोपियों के गिरफ्तारी किये जाने की मांग एसपी से की है।