बीआरसीसी से चार दिन में मांगा नोटिस का जवाब
मिशन संचालक एवं कलेक्टर ने जारी किया नोटिस, 12 सितम्बर तक जवाब देने का दिया वक्त, बीआरसीसी भूमिगत
म.प्र. पाठ्य पुस्तक निगम भोपाल के पुस्तकों को कबाड़ियों के हाथों बेचे जाने के मामले में कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला ने बीआरसीसी चितरंगी सियाराम भारती एवं डीईओ एसबी सिंह ने बीएसी शिवकुमार मिश्रा एवं माध्यमिक विद्यालय पिपरवान के प्रधानाध्यापक रामेश्वर जायसवाल को आज दिन सोमवार को नोटिस जारी कर चार दिन यानी 12 सितम्बर की सुबह 11 बजे दिन तक लिखित जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश जारी किया है।
गौरतलब है कि 2 सितम्बर को कोतवाली क्षेत्र बैढ़न के कचनी में एक कन्टेनर व एक पिकअप वाहन को शासकीय पुस्तक 1 से 8वीं तक भारी मात्रा में करीब 200 बंडल जप्त कर जिला शिक्षा अधिकारी को कोतवाली पुलिस ने पत्र जारी कर अवगत कराया था। वही सरकारी किताबों कबाड़ियों के यहां बेचने के मामले में च्च्नवभारतज्ज् ने 5 सितम्बर को च्च्यूपी कबाड़खाने में बिकने जा रही सरकारी किताबें कन्टेनर के साथ जप्तज्ज् नामक शीर्षक खबर प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। जहां कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लेते हुये तीन सदस्यीय जांच टीम गठित किया। जिसमें डीईओ एसबी सिंह, डीपीसी आरएल शुक्ला एवं सहायक संचालक शिक्षा क विता त्रिपाठी शामिल थी। जांच टीम ने चितरंगी बीआरसी दफ्तर एवं पिपरवान विद्यालय के गोदाम पहुंच बीआरसीसी सियाराम भारती, बीएसी एवं ब्लॉक पुस्तक प्रभारी शिवकुुमार मिश्रा एवं माध्यमिक विद्यालय पिपरवान के हेडमास्टर रामेश्वर जायसवाल से पूछतांछ कर बयान दर्ज किया गया। वही जांच टीम ने अपना प्रतिवेदन आज कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया। जहां सूत्र बताते हैं कि कलेक्टर ने मिशन संचालक में बीआरसीसी सियाराम भारती को नोटिस जारी करते हुये 12 सितम्बर को 11 बजे दिन अधोहस्ताक्षरी के साथ तथात्मक सहपत्रों सहित जवाब देने के लिए कहा है। अन्यथा बीआरसीसी की संविदा समाप्त कर दी जाएगी। वही बीएसी व ब्लॉक पुस्तक प्रभारी शिवकुमार मिश्रा तथा माध्यमिक विद्यालय पिपरवान के प्रधानाध्यापक रामेश्वर जायसवाल को डीईओ ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। साथ ही जांच टीम ने बीआरसीसी पर कई आरोप भी लगाया है। फिलहाल अब यह मामला काफी तूल पकड़ लिया है। वही उक्त घटनाक्रम के साथ पिछले दो दिनों से बीआरसीसी भूमिगत है। जिसके चलते नोटिस की तामिली कराने के लिए जिला शिक्षा केन्द्र अमले को माथापच्ची करनी पड़ रही है।
किताबों को लेकर बैढ़न आने पर कई सवाल
म.प्र. पाठ्य पुस्तक निगम भोपाल के कक्षा 1 से 8वीं तक की किताबों को यूपी ऊन्नाव जिले के कबाड़कारोबारी के यहां बेचे जाने के मामले में कुछ नये तथ्य सामने आ रहे हैं। चितरंगी पिपरवान से पिकअप वाहन क्रमांक यूपी 65 एचटी 4435 किताबों को लेकर बैढ़न के कचनी आया। जबकि चितरंगी से यूपी सीमा की दूरी महज 25 किलोमीटर रूट है। रूट बदलने को लेकर प्रबुद्धजनों की शक की सुई कही और घूमने लगी है। सूत्र बताते हैं कि उक्त पिकअप वाहन देवसर से होते हुये बैढ़न कचनी आया और यहां कन्टेनर में लोड होने लगा। सवाल उठाया जा रहा है कि बैढ़न-देवसर रूट से होकर आना कई सवालों को जन्म दे रहा है। कहीं यहां पर भी तो खेला नही हो रहा था?
कई वर्षो से बेची जा रही थी किताबें
सूत्रों के मुताबिक सरकारी किताब कक्षा 1 से 8वीं तक की कई वर्षों से कबाड़ियों के हाथ बेच दी जा रही है। जांच टीम को कुछ ऐसी अहम जानकारियां भी मिली हैं। यहां बताते चले की पिछले वर्ष बगदरा क्षेत्र में पिकअप वाहन से सरकारी किताबें सीमावर्ती यूपी के घोरावल में बेची जा रही थी। जहां बगदरा क्षेत्र के कुछ लोगों ने प्रदेश की किताबे एवं म.प्र. पाठ्य पुस्तक निगम किताबों व पिकअप वाहन को पकड़ लिया था। किन्तु बाद में चितरंगी खण्डस्तर के शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने क्लीन चीट दे दिया था। अब वही शिक्षा विभाग से जुड़े सूत्र बताते हैं कि सरकारी स्कूली किताबों को कबाड़ियों के यहां बेचने का खेल कई वर्षो से किया जा रहा है।
बीआरसीसी से चार दिन में मांगा नोटिस का जवाब
Pradeep Tiwari
मैं, प्रदीप तिवारी, पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता से जुड़ा हूँ। सबसे पहले, मैं एक स्थानीय समाचार चैनल में एक रिपोर्टर के रूप में शामिल हुआ और फिर समय के साथ, मैंने लेख लिखना शुरू कर दिया। मुझे राजनीति और ताज़ा समाचार और अन्य विषयों से संबंधित समाचार लिखना पसंद है।
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