सावन-भादो मास की तरह खेतों में भरा लबालब पानी
फसले बर्बाद, किसान चिंतित, अभी तक नही पहुंचा सर्वे दल
चितरंगी 1 नवम्बर। विकासखण्ड चितरंगी क्षेत्र में पिछले पॉच दिनों से रूक-रूक कर हो रही बारिश से खेतों में सावन-भादो मास की तरह लबालब पानी भर जाने से धान समेत अन्य फसले बर्बाद हो गई हैं।
दरअसल जिले में पिछले पॉच दिनों से अंचल समेत ऊर्जाधानी में बारिश ने फसलों को बर्बाद कर दिया है। आलम यह है कि अंचल के करीब 60 फीसदी फसलें तबाह हो चुकी है। जिसमें मुख्य रूप से धान, उड़द शामिल है। चितरंगी क्षेत्र के फुलकेश, खैरा, धरौली, गांगी, बड़कुड़, गोड़हा, पोड़ी, लमसरई, देवगांव, नौडिहवा, बरहट, विजयपुर, बर्दी, चिकनी, मनिकपुर, कोरसर समेत सैकड़ों गांवों की धान की फसले करीब-करीब पानी में तैरते हुये सड़ने लगी हैं। यहां तक कि धान की फसले खेतों एवं खलिहानों में अंकुरित होने लगी हैं। फसलों को बर्बाद होते देख अन्नदाताओं में हाय तौबा मच गया है। वहीं अन्नदाताओं का आरोप है कि इस विधानसभा क्षेत्र मंत्री भी हैं और भाजपा संगठन में बड़े ओहदे पर हैं। लेकिन किसानों की पीड़ा को कोई नही समझ रहा है। भाजपा के नेता जश्र मनाने में लगे हैं। जिसके चलते राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अभी तक कई गांवों में सर्वे करने नही पहुंचे। यहां के कई अन्नदाताओं ने संभागायुक्त एवं कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराया है।