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सौभाग्य योजना के तहत घरों का विद्युतीकरण

Pradeep Tiwari
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सौभाग्य योजना के तहत घरों का विद्युतीकरण

 

पिछले तीन वर्षों और चालू वर्ष (जून, 2024 तक) के दौरान देश में उत्पादित बिजली की कुल मात्रा अनुलग्नक-I में दी गई है।

भारत सरकार ने देश में सार्वभौमिक घरेलू विद्युतीकरण को प्राप्त करने के उद्देश्य से अक्टूबर, 2017 में प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना (सौभाग्य) शुरू की। सौभाग्य के तहत, देश के ग्रामीण क्षेत्रों में सभी इच्छुक गैर-विद्युतीकृत घरों और शहरी क्षेत्रों में सभी इच्छुक गरीब परिवारों को बिजली कनेक्शन प्रदान किया गया। देश के कुल 2.86 करोड़ घरों को बिजली कनेक्शन प्रदान किया गया। राज्यवार घरेलू विद्युतीकरण और वितरित अनुदान का विवरण अनुलग्नक-II और अनुलग्नक-III में दिया गया है।

भारत सरकार उन अविद्युतीकृत घरों के विद्युतीकरण के लिए चल रही पुनर्गठित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत राज्यों को सहायता दे रही है, जो सौभाग्य के तहत छूट गए थे।

इसके अलावा, प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन) के तहत ऑन-ग्रिड बिजली कनेक्शन के लिए पहचाने गए सभी विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (पीवीटीजी) परिवार आरडीएसएस के तहत वित्त पोषण के पात्र हैं।

सौभाग्य योजना के कार्यान्वयन के दौरान निम्नलिखित चुनौतियों का सामना करना पड़ा:

  1. दुर्गम एवं दूरदराज के क्षेत्रों में बिखरे हुए परिवार।
  2. कठिन एवं पहाड़ी इलाका, खराब मौसम, नदी/दलदली/बर्फ से ढके क्षेत्र।  
  3. खराब/अपर्याप्त बिजली बुनियादी ढांचा।  
  4. वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में स्थान।  
  5. वन क्षेत्र – मंजूरी की आवश्यकता।  
  6. स्थानीय स्तर पर सामग्री (जैसे पोल, वितरण ट्रांसफार्मर, मीटर आदि) की अनुपलब्धता।
  7. मार्गाधिकार से संबंधित विभिन्न मुद्दे।

आरडीएसएस (पीवीटीजी+अतिरिक्त परिवार) के अंतर्गत घरेलू विद्युतीकरण (तमिलनाडु सहित) का राज्य/संघ राज्य क्षेत्र-वार विवरण अनुलग्नक-IV में दिया गया है।

अनुलग्नक-I

पिछले तीन वर्षों और चालू वर्ष के दौरान देश में उत्पादित बिजली की कुल मात्रा (जून, 2024 तक)

(सभी आंकड़े मिलियन यूनिट में हैं)

 

2021-22

2022-23

2023-24

2024-25 (जून तक)

कुल उत्पादित बिजली

1,491,859.37

1,624,465.61

1,739,091.19

484,000.61

 

अनुलग्नक-II

सौभाग्य योजना के शुभारंभ के बाद से घरों का राज्यवार विद्युतीकरण, जिसमें डीडीयूजीजेवाई के अंतर्गत अतिरिक्त घरों की उपलब्धि भी शामिल है

क्रम संख्या

राज्य का नाम

11.10.2017 से 31.03.2022 तक विद्युतीकृत परिवारों की संख्या

 
 

 

  

1

आंध्र प्रदेश*

181,930

 

 

2

अरूणाचल प्रदेश

47,089

 

 

3

असम

2,326,656

 

 

4

बिहार

3,259,041

 

 

5

छत्तीसगढ़

792,368

 

 

6

गुजरात*

41,317

 

 

7

हरियाणा

54,681

 

 

8

हिमाचल प्रदेश

12,891

 

 

9

जम्मू और कश्मीर

377,045

 

 

10

झारखंड

1,730,708

 

 

11

कर्नाटक

383,798

 

 

12

लद्दाख

10,456

 

 

13

मध्य प्रदेश

1,984,264

 

 

14

महाराष्ट्र

1,517,922

 

 

15

मणिपुर

108,115

 

 

16

मेघालय

200,240

 

 

17

मिजोरम

27,970

 

 

18

नागालैंड

139,516

 

 

19

ओडीशा

2,452,444

 

 

20

पुद्दुचेरी*

912

 

 

21

पंजाब

3,477

 

 

22

राजस्थान

2,127,728

 

 

23

सिक्किम

14,900

 

 

24

तमिलनाडु *

2,170

 

 

25

तेलंगाना

515,084

 

 

26

त्रिपुरा

139,090

 

 

27

उत्तर प्रदेश

9,180,571

 

 

28

उत्तराखंड

248,751

 

 

29

पश्चिम बंगाल

732,290

 

 

कुल

28,613,424

 

 

* सौभाग्य के तहत वित्त पोषित नहीं

अनुलग्नक-III

राज्यवार वितरित अनुदान का विवरण

(करोड़ रुपए में)

 

क्रम संख्या

राज्य का नाम

सौभाग्य के अंतर्गत राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों को जारी अनुदान

 
 

 

1

अरूणाचल प्रदेश

160

 

 

2

असम

705

 

 

3

बिहार

491

 

 

4

छत्तीसगढ़

379

 

 

5

हरियाणा

8

 

 

6

हिमाचल प्रदेश

2

 

 

7

जम्मू और कश्मीर

51

 

 

8

झारखंड

284

 

 

9

कर्नाटक

48

 

 

10

केरल

66

 

 

11

लद्दाख

 

 

12

मध्य प्रदेश

554

 

 

13

महाराष्ट्र

218

 

 

14

मणिपुर

91

 

 

15

मेघालय

206

 

 

16

मिजोरम

41

 

 

17

नागालैंड

54

 

 

18

ओडीशा

323

 

 

19

पंजाब

1

 

 

20

राजस्थान

305

 

 

21

सिक्किम

2

 

 

22

तेलंगाना

17

 

 

23

त्रिपुरा

267

 

 

24

उत्तर प्रदेश

1,815

 

 

25

उत्तराखंड

50

 

 

26

पश्चिम बंगाल

169

 

 

 

कुल

6,305

  

 

अनुलग्‍नक-IV

आरडीएसएस (पीवीटीजी+अतिरिक्त परिवार) के अंतर्गत घरेलू विद्युतीकरण (तमिलनाडु सहित) का राज्य/संघ राज्य क्षेत्र-वार विवरण

क्रम संख्‍या

राज्य का नाम

स्वीकृत परिव्यय (करोड़ रुपये में)

स्वीकृत जीबीएस(करोड़ रुपये में)

कुल स्वीकृत परिवार

18.07.2024 को विद्युतीकृत घर

 
 

 

.

आरडीएसएस के तहत स्वीकृत अतिरिक्त परिवार

 

 

 

 

 

1

राजस्थान

459.18

275.51

1,90,959

62,160

 

 

2

मेघालय

435.70

392.13

50,501

0

 

 

3

मिजोरम

68.94

62.04

13,715

0

 

 

4

नागालैंड

65.10

58.59

10,398

0

 

 

5

उत्तर प्रदेश

931.04

558.62

2,51,487

0

 

 

6

आंध्र प्रदेश

49.24

29.54

15,475

11,384

 

 

7

झारखंड

7.47

4.48

872

0

 

 

8

जम्मू और कश्मीर

14.96

13.46

1,936

0

 

 

9

बिहार

119.57

71.74

21,658

0

 

 

10

असम

785.55

706.99

1,27,111

0

 

 

 

कुल ()

2,936.75

2,173.12

6,84,112

73,544

 

 

.

जीवंत गांवों में आरडीएसएस के तहत विद्युतीकरण कार्य स्वीकृत

 

 

 

1

हिमाचल प्रदेश

6.08

5.47

3,536

0

 

 

2

अरूणाचल प्रदेश

20.18

18.16

1,683

0

 

 

3

उत्तराखंड

13.08

11.77

1,154

0

 

 

 

कुल ()

39.34

35.40

6,373

 

 

 

.

पीएम-जनमन के तहत ग्रिड कनेक्टिविटी के माध्यम से घरेलू विद्युतीकरण

 

 

 

आरडीएसएस के तहत स्वीकृत

 

 

 

 

 

 

1

आंध्र प्रदेश

88.71

53.23

25,054

22,245

 

 

2

छत्तीसगढ़

38.17

22.90

7,077

3,172

 

 

3

झारखंड

53.39

32.03

9,134

0

 

 

4

मध्य प्रदेश

136.07

81.65

27,358

7,517

 

 

5

महाराष्ट्र

26.61

15.96

8,556

8,556

 

 

6

राजस्थान

40.34

24.20

17,633

9,815

 

 

7

कर्नाटक

3.77

2.26

1,615

811

 

 

8

केरल

0.86

0.52

345

303

 

 

9

तमिलनाडु

29.89

17.94

10,673

4,781

 

 

10

तेलंगाना

6.79

4.07

3,884

3,862

 

 

11

त्रिपुरा

61.52

55.37

11,664

2,367

 

 

12

उत्तराखंड

0.41

0.37

221

667

 

 

13

उत्तर प्रदेश

1.10

0.66

316

157

 

 

 

कुल ()

487.63

311.15

1,23,530

64,253

 

 

 

कुल योग(++)

3,463.72

2,519.67

8,14,015

1,37,797

 

 

 

यह जानकारी विद्युत राज्य मंत्री श्री श्रीपद नाइक ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।

Pradeep Tiwari

Pradeep Tiwari

मैं, प्रदीप तिवारी, पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता से जुड़ा हूँ। सबसे पहले, मैं एक स्थानीय समाचार चैनल में एक रिपोर्टर के रूप में शामिल हुआ और फिर समय के साथ, मैंने लेख लिखना शुरू कर दिया। मुझे राजनीति और ताज़ा समाचार और अन्य विषयों से संबंधित समाचार लिखना पसंद है।

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