ट्रक ने बाईक सवार अधेड़ को रौंदा, वाराणसी रेफर
एक पैर के उड़ गए थे चिथड़े, बैढ़न-सीधी मुख्य मार्ग कचनी की घटना, 6 घण्टे मुख्य मार्ग पर चक्का जाम
जिला मुख्यालय बैढ़न के कचनी मोड़ के समीप आज दिन रविवार की सुबह तकरीबन 6:30 बजे एक एलपी ट्रक ने मोटरसाइकिल सवाल अधेड़ को रौंद दिया। जिससे अधेड़ का एक पैर चिथड़े में तब्दील हो गया। स्थानीय होने के चलते तत्काल भीड़ एक जुट हो गई। देखते ही देखते बैढ़न-सीधी मुख्य मार्ग को अवरूद्ध कर दिया गया। जिससे तकरीबन 6 घण्टे तक मुख्य मार्ग जाम रहा। तहसीलदार, टीआई की समझाइस के बाद किसी तरीके से दोपहर 12:30 बजे जाम खुल पाया।
मिली जानकारी के अनुसार लालपति कुशवाहा पिता विश्वनाथ कुशवाहा उम्र 55 वर्ष निवासी कचनी का रहने वाला था। सुबह वह किसी ओबी कंपनी में ड्यूटी करने मोटरसाइकिल क्रमांक यूपी 64 एएल 0548 से जा रहा था। जैसे ही कचनी मोड़ से बैढ़न तरफ कृष्णा धर्म काटा के पास पहुंचा तो पीछे से आ रहा एलपी ट्रक क्र मांक यूपी 63 टी 8928 अधेड़ को कुचलते हुये लगभग सौ मीटर तक घसिटता रहा। जिससे अधेड़ का एक पैर पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गया। बताया जाता है कि पैर के चिथड़े उड़ गए थे। यह विभत्स घटना को जिसने देखा दंग रह गया। स्थानीय होने के चलते तत्काल कचनी गांव के लोग दोड़ते हुये पहुंचे। आनन-फानन में घायल अवस्था में लालपति कुशवाहा को नेहरू हॉस्पिटल पहुंचाया गया। वही बेकाबू भीड़ एलपी ट्रक पत्थरबाजी करते हुये बैढ़न-सीधी मुख्य मार्ग को दोनों तरफ से पत्थर रखकर जाम कर दिए। देखते ही देखते हजारों की तादात में भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह की घटना होने के चलते हर कोई घर में था। गांव की बात होने के चलते हर व्यक्ति मुख्य मार्ग पर पहुंच गया। जिस तरफ पुरूष वर्ग पहुंचा था। उसी तर्ज पर महिलाएं भी एक जुट होकर सड़क पर बैठ गई। जब परिजनों को जानकारी हुई कि वाराणसी रेफर किया जा रहा है तो भीड़ और बेकाबू हो गई। हंगामा, मारपीट शुरू हो गई। आनन-फानन में कोतवाली पुलिस व तहसीलदार मौके पर पहुंच मोर्चा संभाला।
तेलाई माजन मोड़ पर लगा था बेरीकेट
सुबह 6:30 बजे की घटना होने के चलते सुबह की बसे जो सीधी, रीवा, हनुमना, सरई, माड़ा, बरगवां जाने वाली थी। उनके पहिए चक्काजाम होने के चलते बस स्टेंड में ही थम गए थे। यही हाल रिटर्न आने वाली बसों का भी था। इसके अलावा दो पहिया- चार पहिया छोटे वाहन भी नही निकल पा रहे थे। 6 घण्टे तक पूरी तरीके से चक्काजाम कचनी में चला। कई छोटे वाहन निकलने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन चक्काजाम करने वाले लोगों के द्वारा मारपीट भी की जा रही थी। जहां पुलिस तमासबिन बनी रही। इस चक्काजाम के चलते लोग काफी परेशान रहे। फिर भी पुलिस समझाइस करने में कही न कही असफल साबित रही। परिजनों का कहना था कि 2 लाख रूपये देकर नौकरी ओबी कंपनी में करता था। 10 लाख रूपये हरजाना दिया जाए। तब जाम खोला जाएगा।
सहायता राशि को लेकर अड़े रहे परिजन
घटना की खबर जैसे ही जन प्रतिनिधियों को लगी तो मौके पर भाजपा मण्डल बैढ़न अध्यक्ष संदीप चौबे, कांग्रेस महा सचिव भास्कर मिश्रा के अलावा नगर निगम महापौर रानी अग्रवाल के पति प्रेम अग्रवाल सहित कई जन प्रतिनिधि पहुंचे। जहां उपस्थित तहसीलदार व कोतवाली थाना प्रभारी अशोक सिंह परिहार के समक्ष बात होने लगी कि घटना में घायल लालपति के परिजनों को सहायता राशि दिलाई जाए। क्योकि परिजन व गांव के लोग इसी बात को लेकर बैढ़न-सीधी मुख्य मार्ग को जाम किये थे। कई घण्टे तक मान मनोबल का दौर चलता रहा। लेकिन निराकरण नही निकल पा रहा था। 6 घण्टे की मसक्कत के बाद किसी तरह सादे कागज पर सहायता राशि को लेकर सुलहनामा बनवाया गया। तब जाकर चक्का जाम खोला गया। लेकिन इस दौरान लोग काफी परेशान हाल रहे।
ट्रक ने बाईक सवार अधेड़ को रौंदा, वाराणसी रेफर
Pradeep Tiwari
मैं, प्रदीप तिवारी, पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता से जुड़ा हूँ। सबसे पहले, मैं एक स्थानीय समाचार चैनल में एक रिपोर्टर के रूप में शामिल हुआ और फिर समय के साथ, मैंने लेख लिखना शुरू कर दिया। मुझे राजनीति और ताज़ा समाचार और अन्य विषयों से संबंधित समाचार लिखना पसंद है।
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