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आशा कार्यकर्ताओं ने सरई उपखंड अधिकारी को सोपा ज्ञापन कहा हमारी मांग पूर्ण नहीं होने पर हम करेंगे आमरण अनशन

Pradeep Tiwari
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आशा कार्यकर्ताओं ने सरई उपखंड अधिकारी को सोपा ज्ञापन कहा हमारी मांग पूर्ण नहीं होने पर हम करेंगे आमरण अनशन

हर माह 3 लाख से ज्यादा के बीसीएम से देवसर की आशाएं परेशान!

कहा- पूर्व में बीएमओ से

नहीं, बिना रुपये नहीं देते मानदेय व इंसेंटिव, बजट नहीं होने का बनाते हैं बहाना

स्वास्थ्य विभाग मानदेय से पांच सौ एक हजार रुपये सहित इंसेंटिव में भी हिस्सेदारी बंटाने को लेकर देवसर बीसीएम के खिलाफ आशा कार्यकर्ताओं ने खोला मोर्चा सरई सेक्टर की आशाओं का यह है आरोप

दो दिन से बिना चाय-नाश्ता और भोजन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरई में पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने का लिया प्रशिक्षण

बिना पानी-भोजन के पल्स पोलियो की ट्रेनिंग

देवसर ब्लॉक क्षेत्र में कुल 346 आशा कार्यकर्ताओं की तैनाती है। जिनमें से 46 सरई सेक्टर के विभिन क्षेत्रों में कार्य करती हैं। भीखा झरिया क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता सीता सिंह ने कहा कि इंसेंटिव जारी करने के लिए प्रति आशा 5 हजार की मांग की जाती है। जब तक रुपये नहीं मिलते तब तक राशि नहीं जारी करते। यही हाल मानदेय जारी करने का भी है। आशाओं को छह हजार मासिक मानदेय मिलता है। जिसमें हजार-पांच सौ रुपये लेने के बाद मानदेय दिया जाता है। है। वहीं छिनहट-गन्नई वार्ड की आशा कार्यकर्ता केश कुमारी ने बताया कि उनके खाते में 66 हजार भेजे गए थे, जिसमें से 20 हजार मांगे गए। मई का इंसेंटिव 19 हजार बना था उसमें 12 हजार रुपये दिए। दुधमनिया उपसेक्टर की आशा फूल कुमारी सिंह ने बताया कि दूसरे का पैसा उनके खाते में भेज 13 हजार 500 लिए गए।

देवसर क्षेत्र के सरई सेक्टर की आशा कार्यकर्ताओं ने मानदेय और कार्य आधारित इंसेंटिव देने से पूर्व रुपये की वसूली को लेकर बीसीएम देवसर के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। पल्स पोलियो अभियान सफल बनाने के लिए सई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जारी प्रशिक्षण के क्रम में गुरुवार को पहुंची आशा कार्यकर्ताओं ने बीसीएम राजेश शाह पर मानदेय व इंसेंटिव में हिस्सा लेने नाहक परेशान करने का आरोप लगाया। कहा कि इस संबंध में पहले भी बीएमओ देवसर डॉ. सीएल सिंह से शिकायत की गई थी, लेकिन आज तक न तो कार्रवाई की गई, न उन्हें हटामा गया। कहा कि जब तक रुपये नहीं मिल जाते तब तक मासिक मानदेय व इंसेंटिव की राशि नहीं करते। मांगने पर कहते हैं कि बजट नहीं है। वहीं पैसा मिलने पर बजट रहता है। पर्यवेक्षक डॉ. रामायण शुक्ला ने भी कहा कि आशाओं की पूरी उपस्थिति भेजने के बाद भी उनके मानदेय मैं कटौती कर दी जाती है।

यह भी जानिए

जिले में कुल आशा कार्यकर्ता – 1057 इनमें से शहरी क्षेत्र में कार्यरत हैं-55 इसेंटिव वाले कितने हैं कार्य-30-32 कितना मिलता है मानदेय 6 हजार रुपाए सभी कार्य का इंसेंटिव 10 से 20 हजार

अपनी उमस्य बताई सेक्टर की आत कार्यकर्ता

बिना पैसे लिए किसी को मानदेय इंसेंटिव नहीं

पर्यवेक्षक डॉ. रामायण शुक्ला ने बताया कि कई आशा कार्यकर्ताओं से तो फोन पे के माध्यम से पैसे लिए गए हैं। आशाओं से बिना हजार-पांच सौ रुपये लिए मानदेय नहीं दिया जाता। बीसीएम का जिन पर जोर नहीं चलता केवल वही पैसे नहीं देतों, अन्यथा सभी के मानदेव से हजार-पांच सौ रुपये और इंसेंटिव से भी पांच हजार रुपये ले लिए जाते हैं। बताया कि 22 हजार रुपये मानदेव पाने वाले बीसीएम की तीन बोलेरो गाड़ियां कंपनियों में अटैच हैं। जो अनैतिक कमाई की देन हैं। बताया कि आशा कार्यकर्ताओं ने कई बार बीएमओ से शिकायत की पर जांच या कार्रवाई नहीं की गई। वहीं 151 की गई शिकायत भी कटा देते हैं। पर

आशाओं का रजिस्टर भी अपने पास रख लेते

आशाओं ने बताया कि ग्राम आरोग्य समिति को साल में दस हजार रुपये मिलते हैं। उससे बैठक में पानी-चाय, दरी, रजिस्टर सहित अन्य स्वमग्री क्रय की जाती है। उसमें से भी पैसे की मांग की जाती है। एक तारीख को मानदेय देना चाहिए, पर ऐसा नहीं होता। पर्यवेक्षक डॉ. रामायण शुक्ला ने बताया कि दो दिन से सर्व सीएचसी पर पल्स पोलियो अभियान की ट्रेनिंग चल रही है. लेकिन चाय-नाश्ता और भोजन तो छोडिए, एक गिलास पानी तक

की व्यवस्था नहीं की गई है। इनका कहना है

देवसर की 346 आशाओं को छह हजार एवं 25 आशा सहयोगिनी को 9500 रुपये मासिक मानदेय मिलता है। आशाओं से 500 व हजार रुपये ले लिए जाते हैं। इसके अलावा ग्राम रजिस्टर, टीकाकरण रजिस्टर, सर्वे रजिस्टर, कैश रजिस्टर आशाओं से लेकर कई दिन अपने पास रखे रहते हैं। सीबीएमओ, सीएमएचओ, कलेक्टर को भेजे शिकायत पत्र में आशाओं ने कहा है कि बीसीएम राजेश शाह सई सेक्टर की सभी कार्यकर्ताओं के बाउचर एवं मानदेय में कटौती कर लेते हैं। माह में समय पर भुगतान नहीं करते। दो-तीन माह में एक बार भुगतान करते हैं। मार्च का भुगतान नहीं किया है। बीसीएम से इंसेंटिव की राशि के बारे में पूछती हैं तो आशा के पद से हटाने की धमकी देते हैं। महिला समझकर उन्हें प्रताड़ित करने के साथ ही अभद्रता करते हैं। ऐसे में निवेदन है कि इन सभी बिंदुओं की जांच कराकर उन्हें भुगतान करायें व बीसीएम राजेश शाह को देवसर ब्लॉक से हटाया जाए।

बीसीएम की कथित वसूली के संबंध में आसा कार्यकर्ताओं पूर्व में शिकायत की गई है या प्राप्त हुई ही ऐरी जानकारी नहीं है। किलागल, मामले को देठाते हैं। डॉ. सीएन सिंह, ए‌ग

Pradeep Tiwari

Pradeep Tiwari

मैं, प्रदीप तिवारी, पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता से जुड़ा हूँ। सबसे पहले, मैं एक स्थानीय समाचार चैनल में एक रिपोर्टर के रूप में शामिल हुआ और फिर समय के साथ, मैंने लेख लिखना शुरू कर दिया। मुझे राजनीति और ताज़ा समाचार और अन्य विषयों से संबंधित समाचार लिखना पसंद है।

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